बात होती थी इशारों से
और इशारे में दिल इकरार करता था…
आंखों ही आंखों में अक्सर दिल अपना हाल बयान करता था…
इजहार करना नहीं था इतना आसान,
क्यूं की वो लफ्ज़ होठों पर आने से कतराया करता था…
ये उन दिनों का प्यार था
ये उन दिनों का प्यार था
मासूमियत से भरा ये, उन दिनों का प्यार था….
चिट्ठी का था वो दौर,
और खत पाने को होता था ये मन बेकरार..
जवाब पाने को अक्सर करना पड़ता था बड़ा इंतजार..
ऐसा भी नहीं की इंतजार के बीच दिल कहीं और बहक जाए,
औरों की बातों से ज्यादा करते थे एक दूजे पर एतबार…
ये उन दिनों का प्यार था..
ये उन दिनों का प्यार था..
सादगी से भरा , ये उन दिनों का प्यार था..
छुप छुप कर होती थी मुलाकातें
और किया करते थे खूब सारी बातें,
हद में निभाया करते थे रिश्तों की डोर,
उस मोहब्बत मे भी होती थी सरारतें…
ये उन दिनों का प्यार था
ये उन दिनों का प्यार था
एहसास से लिपटे थे ख्वाइशों की दुनिया,
ये उन दिनों का प्यार था…
Written By Prabhamayee Parida

So beautiful…..❣❣
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❤️❤️
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